इन छोटी गलतियों से हो जाता है फुट कॉर्न, ये हैं लक्षण व घरेलू उपचार
अम्बुज यादव
हमारे शरीर में कई तरह के रोग दिख जाते हैं तो कई अंदुरूनी होते हैं, जो दिखाई नहीं देते है। उनमें से जो दिखाई देता है उसे हम आसानी से खत्म कर सकते हैं लेकिन जो अंदुरूनी होते हैं उसकी पहचान करना ही मुश्किल हो जाता है, जो आगे चल कर जानलेवा भी बन जाता है। ऐसे में आज हम आपको एक ऐसे रोग के बारे में बताएंगे जो दिखाई देता है और उसे लोग सामान्य रोग भी मानते हैं। जी हां हम बात कर रहें हैं फुट कार्न की जिसे सामान्य भाषा में हम गोखरू कहते हैं। फुट कार्न हमें गलत आकार के जूते पहनने या फिर लंबे समय तक टाइट जूते या सैंडल पहन कर खड़े रहने से होता है। यहीं नहीं कभी कभार बिना मोजों के जूते पहनने या फिर बिन चप्पल या मोजे के ज्यादा रहने से भी फुट कार्न हो जाता हैं।
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वैसे तो यह रोग काफी सामान्य होता है और यह पैरों या पैरों की उंगलियों में होता हैं। अगर आपके पैरों में गोला आकार का सख्त, मोटा और सफेद रंग का मृत्य त्वचा का गुच्छा दिखाई दे तो आप समझ जाइए आपको फुट कार्न हैं। वही अगर आप चाहें तो फुट कॉर्न को कइ घरेलू सामग्रियों से ठीक कर सकते हैं। ये सामग्रियां आपके किचन में ही आसानी से उपलब्ध हैं।
हल्दी
हल्दी और शहद का पेस्ट बनाएं और उसे कार्न पर लगाएं। फिर इसे सूखने के लिये छोड़ दें। ऐसा रोजाना सुबह और शाम करना चाहिये।
प्यूमिक स्टोन की मदद लें
अपने पैरों को गरम पानी में 10 मिनट के लिये डुबो कर प्यूमिक स्टोन से कॉर्न को 5 निट तक धीरे धीरे रगडे़ और डेड स्किन को हटाएं। इसके बाद पैरों को धुल कर पोंछ लें और रूई की मदद से उस पर कैस्टर ऑइल लगा कर रूई सहित उस जगह को टेप लगा कर रातभर के लिये बंद कर दें। दूसरे दिन टेप हटा कर दिन में कई बार कैस्टर ऑइल लगाएं। इसे तब तक करें जब तक कि फुट कॉर्न हमेशा के लिये ना चला जाए।
बेकिंग सोडा
एक गरम पानी के टब में 3 चम्मच बेकिंग सोडा मिक्स करें। फिर पैरों को उसमें 15 मिनट के लिये डुबोएं और बाद में प्यूमिक स्टोन से पैरों को साफ करें। आप चाहें तो बेकिंग सोडा, नींबू और पानी का पेस्ट बना कर कॉर्न पर लगा सकती हैं। फिर इसे बैंडडेज से कवर कर के रातभर के लिये छोड़ दें। दूसरे दिन पैरों को गरम पानी से धो कर प्यूमिक स्टोन से साफ करें।
सफेद सिरका
सफेद सिरका और एक तिहाई पानी के घोल को कॉर्न पर लगाएं। फिर उस एरिया को बैंडडेज लगा कर रातभर छोड़ दें। दूसरे दिन प्यूमिक स्टोन से कॉर्न को रगड़ कर छुड़ाएं और उस पर नारियल या जैतून का तेल लगाएं। इस उपचार को दिन में एक बार करें।
लहसुन
आधा लहसुन को कूंच कर उसे कॉर्न पर लगा लें और फिर बैंडडेज से कवर कर के रातभर के लिये छोड़ दें। दूसरे दिन सुबह पैरों को गरम पानी से धो लें। ऐसा तब तक करें जब तक कि कॉर्न खत्म ना हो जाए।
नींबू
रोजाना नींबू को कॉर्न पर रगड़ें और सूखने दें। ऐसा दिन में 3 बार करें। दूसरा तरीका- हर दूसरे दिन एक चम्मच नींबू के रस में दो लौंग 15 मिनट के लिये डुबोएं, फिर उसमें से लौंग निकाल दें और नींबू के रस से कॉर्न पर मालिश करें। फिर इसे सूखने दें और फिर इस पर दोबारा जूस लगाएं। ऐसा दिन में कई बार करें।
तारपीन का तेल
कॉर्न वाले एरिया पर आइस से कुछ देर तक मसाज करें। फिर उसे पोछ कर उस पर तारपीन का तेल लगाएं। उसके बाद कॉर्न पर बैंडडेज बांध कर रातभर के लिये छोड़ दें। ऐसा रोजाना करें।
पाइनएप्पल
पाइनएप्पल के ताजे छिलके को चौकोर भाग में काट लें। फिर इसके अंदर के भाग को कॉर्न पर रखें और ऊपर से बैंडडेज लगा कर मोजे पहन लें। रातभर ऐसे ही रहने दें और फिर सुबह बैंडडेज निकाल कर एरिया को धो लें और नारियल तेल लगा लें। ऐसा रोजाना रात में एक हफ्ते तक करें।
कच्चा पपीता
कच्चे पपीते के छोटे से टुकड़े को घिस लें। फिर उसमें से जूस निचोड़ कर उसमें एक पीस रूई का टुकड़ा डुबो कर कॉर्न पर रख कर बैंडडेज लगा दें। रातभर ऐसे छोड़ने के बाद दूसरे दिन सुबह बैंडडेज हटा कर प्यूमिक स्टोन से रगड़ लें। ऐसा रोजाना करें।
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